मुजफ्फरनगर में गुरुवार को हुई खाप पंचायत में तय किया गया कि भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और रेसलर्स विवाद में खाप प्रतिनिधि राष्ट्रपति से मिलेंगे। उनसे मिलकर मामले में एक्शन न होने की शिकायत की जाएगी।
खाप पंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा- खिलाड़ियों को सरकार के लोग जाति में बांटने की कोशिश कर रही है। हम बता दें कि इनकी जाति तिरंगा है और इनकी लड़ाई सभी समाज के लोग मिलकर लड़ रहे हैं। हम राष्ट्रपति और सरकार से मिलेंगे। खाप और रेसलर्स हारेंगे नहीं। उन्होंने बताया- बाकी फैसले 2 जून को कुरुक्षेत्र में होने वाली महापंचायत में लिए जाएंगे।
पहलवान अपने मेडल गंगा में बहाने के लिए मंगलवार को हरिद्वार के हर की पौड़ी पहुंचे थे। राकेश टिकैत के बड़े भाई और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने यहां पहुंचकर पहलवानों से उनके मेडल ले लिए थे। उन्होंने कहा था- पहलवान अपने मेडल बहाएं नहीं। पांच दिन में अगर एक्शन नहीं हुआ तो हम (खाप और किसान) आंदोलन करेंगे। नरेश टिकैत का पांच दिन का अल्टीमेटम रविवार को खत्म हो जाएगा।
BJP सांसद पंकजा मुंडे पहलवानों के समर्थन में आईं
भाजपा के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी और सांसद पंकजा मुंडे पहलवानों के समर्थन में आईं हैं। उन्होंने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक सांसद के तौर पर ही नहीं बल्कि एक महिला के तौर पर भी मेरी उन महिला खिलाड़ियों में दिलचस्पी है। जब इस तरह के आरोप लगे हैं तो इसकी समय पर जांच होनी चाहिए थी, सच सामने आना चाहिए था। सरकार की तरफ से किसी ने भी उन महिला खिलाड़ियों से संपर्क नहीं किया, जो होना चाहिए था।
बृजभूषण बोले- लगातार शर्तें बदल रहे पहलवान
गोंडा में WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने गुरुवार को फिर कहा कि दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है। पहले पहलवानों की मांग कुछ और थी और बाद में मांग कुछ और हो गई। ये लगातार अपनी शर्तों को बदल रहे हैं। मैंने पहले दिन कहा था कि अगर एक भी प्रकरण मेरे ऊपर साबित हो जाएगा तो मैं फांसी पर लटक जाऊंगा। मैं आज भी अपनी उसी बात पर कायम हूं। मेरा सभी से अनुरोध है कि आप पुलिस की जांच का इंतजार कीजिए।
महावीर फोगाट बोले- सब कुछ दांव पर लगा इन्हें मेडल के लायक बनाया
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग लेकर पहलवान और खाप पंचायतें लगातार आवाज उठा रहे हैं। मामले में पक्ष-विपक्ष दोनों आमने-सामने हैं। देशभर में जगह-जगह खिलाड़ियों के समर्थन में पंचायतें, मीटिंग, फैसले हो रहे हैं। इसी बीच गुरुवार को पहलवान विनेश फोगाट और संगीता फोगाट के गांव बलाली में पंचायत हुई।
जिसमें द्रोणाचार्य अवॉर्डी महावीर सिंह फोगाट ने कहा- अब उनसे बेटियों की ये हालत देखी नहीं जा रही है। ग्रामीणों ने पंचायत कर बेटियों को न्याय दिलाने का फैसला किया। महावीर फोगाट ने आगे कहा, ‘मैंने अपना सबकुछ दांव पर लगाकर बेटियों को मेडल के लायक बनाया। आज बेटियों की हालत देखी नहीं जा रही है
सचिन तेंदुलकर के घर के बाहर पोस्टर
कांग्रेस ने सचिन तेंदुलकर को भी इस विवाद में घसीट लिया है। यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को मुंबई में सचिन के घर के बाहर प्रदर्शन करते हुए पोस्टर लगा दिया। जिसमें लिखा- आप खेल जगत में ‘भगवान’ हैं, लेकिन जब कुछ महिला खिलाड़ी यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठा रही हैं तो आपकी इंसानियत नजर नहीं आती। ये पोस्टर यूथ कांग्रेस की सदस्य रंजीता विजय गोरे की तरफ से लगाया गया था। बाद में पुलिस ने उसे हटा दिया।
ममता बोलीं- आरोपी गिरफ्तार क्यों नहीं, पार्टी रेसलर्स से मिलेगी
पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी भी रेसलर्स के हक में उतर आई हैं। उन्होंने बुधवार को कोलकाता में हाजरा से रविंद्र सरोवर तक मार्च निकाला। ममता ने कहा- एक व्यक्ति पर शारीरिक शोषण का आरोप है, उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है? बहुत जल्द तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल आंदोलन कर रहे खिलाड़ियों से मुलाकात करेगा। मार्च में फुटबॉल टीम के पूर्व मिडफील्डर मेहताब हुसैन भी शामिल हुए।
स्मृति ईरानी ने बबीता फोगाट के साथ न होने पर उठाए सवाल
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा- बबीता फोगाट प्रदर्शनकारी पहलवानों का समर्थन क्यों नहीं कर रही हैं। वह तो उनके परिवार की सदस्य हैं। बबीता फोगाट से मेरी बात हुई। मैं जानना चाहती हूं कि विपक्ष के नेता इन पहलवानों को निष्पक्ष जांच से वंचित क्यों रखना चाहते हैं? कांग्रेस इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने से बाज आए तो बेहतर होगा, लेकिन यह उनकी आदत है और वे करेंगे।
पढ़िए.. इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?
- 18 जनवरी को जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने धरना शुरू किया। आरोप लगाया कि WFI के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने महिला पहलवानों का यौन शोषण किया।
- 21 जनवरी को विवाद बढ़ने के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों से मुलाकात कर कमेटी बनाई, लेकिन कमेटी की रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक नहीं हुई।
- 23 अप्रैल को पहलवान फिर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती, धरना जारी रहेगा।
- 28 अप्रैल को पहलवानों की याचिका की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट में 2 एफआईआर दर्ज की।
- 3 मई की रात को पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच जंतर-मंतर पर झड़प हो गई। झड़प में पहलवान राकेश यादव व विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत और 5 पुलिस वाले घायल हुए।
- 7 मई को जंतर-मंतर पर हरियाणा, यूपी, राजस्थान और पंजाब की खापों की महापंचायत हुई। इसमें बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए केंद्र सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया।
- 21 मई को फिर महापंचायत हुई और इंडिया गेट पर कैंडल मार्च और 28 मई को नए संसद भवन पर महिला महापंचायत करने का फैसला लिया गया।
- 26 मई को पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 28 मई को वे धरनास्थल से नए संसद भवन तक पैदल मार्च करेंगे।
- 28 मई को पहलवानों ने नए संसद भवन के सामने महापंचायत के लिए जाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
- 29 मई को सारा दिन पहलवान घर पर रहे और मेडल गंगा में बहाने व इंडिया गेट पर आमरण अनशन का फैसला किया।
- 30 मई को पहलवान हरिद्वार हर की पौड़ी में मेडल बहाने गए। जहां किसान नेता नरेश टिकैत के मनाने पर सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम देकर उन्होंने फैसला टाल दिया।
- 31 मई को न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि दिल्ली पुलिस के पास बृजभूषण की गिरफ्तारी लायक सबूत नहीं है। इस पर दिल्ली पुलिस ने ट्वीट करके इसका खंडन किया और कहा- जांच जारी है। बाद में दिल्ली पुलिस ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।
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रेसलर्स V/S बृजभूषण:खेल मंत्री बोले- जांच पूरी होने का इंतजार करें; दिल्ली पुलिस ने कहा- कब पूरी होगी, यह कहना मुश्किल
रेसलर्स और WFI पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह विवाद में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है- पहलवानों को दिल्ली पुलिस की जांच का इंतजार करना चाहिए और तब तक वे ऐसा कदम ना उठाएं, जिससे खेल और खिलाड़ी प्रभावित हों। इधर, दिल्ली पुलिस ने कहा- हमारी जांच कब तक चलेगी, कब पूरी होगी, यह अभी कहना मुश्किल है