Acn18.com/आंध्र प्रदेश में कडप्पा से YSRCP सासंद वाई एस अविनाश रेड्डी गिरफ्तारी से बचने के लिए पांच दिन से कुरनूल के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में रुके हुए हैं। CBI उन्हें अरेस्ट करने के लिए उनके बाहर आने का इंतजार कर रही है।
CBI ने 19 मई को अविनाश को बुलाया था, लेकिन अविनाश ने कहा कि वे बीमार मां को देखने अस्पताल जा रहे हैं। अस्पताल उनके करीबी का बताया जा रहा है। इसके बाद से अविनाश बाहर ही नहीं आए। अविनाश रेड्डी के सैकड़ों समर्थक अस्पताल के बाहर सड़क पर जमा हैं।
अविनाश पर पूर्व सांसद वाई एस विवेकानंद रेड्डी की हत्या का आरोप है। 2020 से CBI इस मामले की जांच कर रही है।
हैदराबाद में CBI टीम के सामने पेश होना था
अविनाश को हैदराबाद में पूछताछ के लिए CBI टीम के सामने पेश होना था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कडप्पा सांसद अपने साथियों के साथ बंद कमरे में बैठकें कर रहे हैं। CBI ने 16 से 22 मई के बीच रेड्डी को तीन बार पेशी के लिए बुलाया था। मगर जब वह नहीं पहुंचे तो उन्हें हिरासत में लेने के लिए 22 मई को कुरनूल में एक टीम भेजी।
CBI अविनाश से पहले चार बार कर चुकी पूछताछ
CBI कडप्पा सांसद से चार बार पहले भी पूछताछ कर चुकी है। सांसद ने पिछले महीने अग्रिम जमानत के लिए तेलंगाना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाईकोर्ट ने 28 अप्रैल को सुनवाई 5 जून तक के लिए स्थगित कर दी थी। अदालत ने मामले में CBI को उनके खिलाफ कोई कठोर कदम उठाने से रोकने का आदेश पारित करने से इनकार कर दिया था।
2019 में घर के बाहर हुई थी हत्या
विवेकानंद रेड्डी की चुनाव से कुछ हफ्ते पहले 15 मार्च 2019 को पुलिवेंदुला स्थित उनके आवास पर उनकी हत्या कर दी गई थी। राज्य के 68 वर्षीय पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद अपने घर पर अकेले थे, तभी अज्ञात लोगों ने उनके घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी थी। विवेकानंद रेड्डी और अविनाश रेड्डी रिश्तेदार हैं।
बेटी ने कोर्ट में दायर की थी याचिका
बाद में विवेकानंद की बेटी सुनीता रेड्डी को शक हुआ और उन्होंने कोर्ट में एक याचिका दायर की। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के निर्देश पर CBI ने 2020 में इस मामले की जांच अपने हाथ में ली थी। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल नवंबर में सुनीता रेड्डी की याचिका पर केस हैदराबाद ट्रांसफर कर दिया था।
अविनाश रेड्डी के पिता हो चुके गिरफ्तार
पिछले महीने CBI ने अविनाश रेड्डी के पिता वाईएस भास्कर रेड्डी को गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने कई मौकों पर सुनवाई के दौरान अदालत को बताया कि भास्कर रेड्डी, अविनाश रेड्डी और उनके फॉलोअर देवीरेड्डी शिव शंकर रेड्डी ने विवेकानंद रेड्डी की हत्या की साजिश रची क्योंकि उन्होंने अविनाश रेड्डी को कडप्पा लोकसभा से टिकट का विरोध किया था। अविनाश रेड्डी ने अपने और अपने पिता पर लगे आरोपों का खंडन किया है और आरोप लगाया है कि CBI ने मामले में कई महत्वपूर्ण तथ्यों की अनदेखी की।