Acn18.com/कोरबा जिले में बिजली घरों से निकलने वाली राखड़ को कहि भी डम्प करने से समस्या निर्मित हो रही है। नक्तिखार रिंग रोड पर आवाजाही के दौरान 2 लोग घायल हो गए। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
कोरबा जिले में बिजली घरों की राख जन जीवन के लिए खतरा बनती जा रही है। इसके साथ ही आये दिन हादसे हो रहे है। राख डंप करने का काम लेने वाले ठेकेदार अपने वाहनों के माध्यम से कहि भी कर्तव्य की इतिश्री करने में लगे हुए है। सड़क के किनारे और गढ्ढों में डाली जा रही राख हवा चलने पर बड़े हिस्से को अपने आगोश में ले लेती है और इस फेर में हादसे हो जाते है। ईश्वर प्रसाद और उसके मामा के साथ भी रिंग रोड में ऐसा ही हुआ। जिसमें वे दोनों घायल हो गए। उन्हें जिला अस्पताल में उपचार दिया जा रहा है।
याद रहे, कोरबा जिले में Ntpc, balco और cseb के बिजली घरों में प्रतिदिन बड़ी मात्रा में कोयला का उपयोग किया जाता है। बिजली उत्पादन की प्रक्रिया में यहां से राजः का उत्सर्जन भी होता है। राख के सुरक्षित भंडारण के लिए ngt ने निर्देश दिए है। इसलिए कुछ हद तक गंभीरता दिखाने की कोशिश की जा रही है लेकिन राख को जमीनी स्तर पर डंप करने के मामले में परिवहनकर्ता अंधेरगर्दी कर रहे है। निश्चित तौर पर आम लोगों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है।