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बिलासपुर में गैंगवार और हत्या की इनसाइड स्टोरी:CCTV तोड़ने के विवाद पर चाकू से वार, परिजन बोले- पुलिस चाहती तो नहीं होता मर्डर

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Acn18.com/छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में दिनदहाड़े 8-10 बदमाश एक युवक को दौड़ा-दौड़ाकर लाठी-डंडे से मारते रहे और फिर चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी थी। गैंगवार और इस हत्या की वजह एक दिन पहले हुए विवाद को बताया जा रहा है। परिजन का आरोप है कि हमलावर युवकों ने उनकी दुकान में लगे CCTV कैमरे को तोड़ दिया। उन्होंने इस घटना की शिकायत थाने में की तो पुलिस ने कार्रवाई तक नहीं की और फिर दूसरे दिन हमलावरों ने उनके बेटे को मार डाला। पुलिस सक्रियता दिखाती और तत्परता से कार्रवाई करती तो हत्या की वारदात नहीं होती। पूरा मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र का है।

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चुचुहियापारा गणेश नगर निवासी पवन सोनी उर्फ मोनू पिता सुरेश सोनी (26) कपड़ा दुकान चलाता था। मंगलवार की शाम को वह अपने घर से बाहर घूमने निकला था। गणेश नगर में ही उसके कपड़े की दुकान है। शाम करीब 6.30 बजे वह दुकान के करीब ही गणेश चौक में खड़ा था। इस बीच उसी समय मोहल्ले के 8-10 युवक आए और गाली देते हुए पवन को घेर लिया और लाठी-डंडे से उसपर ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिया।

अचाकन हुए हमले के बीच वह भागने की कोशिश करता रहा। लेकिन, हमलावर युवक दौड़ा-दौड़ाकर उसकी बेरहमी से पिटाई करते रहे। फिर चाकू घोंप दिया। इससे वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़ा और गंभीर रूप से घायल हो गया। वारदात के बाद हमलावर युवक उसे छोड़कर भाग निकले।

मोहल्ले के युवकों व परिजनों ने पहुंचाया अस्पताल
लोगों ने घटना की जानकारी पवन के परिजन और पुलिस को दी। मौके पर पुलिस पहुंची, इससे पहले ही उसे परिजन अस्पताल ले गए थे, जहां उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद हमेशा की तरफ पुलिस लेट से पहुंची, तब तक युवक को अस्पताल भेज दिया गया था और हमलावर फरार हो गए थे। सिरगिट्टी टीआई पौरूष पुर्रे के अनुसार हमलावरों की पहचान की जा रही है। गैंगवार के पीछे कारण पुरानी रंजिश है।

एक दिन पहले तोड़ दिया था CCTV, पुलिस ने नहीं ली रिपोर्ट
परिजनों ने बताया कि मोनू कपड़े की दुकान चलाता है। उसकी दुकान में सीसीटीवी कैमरा लगा है। सोमवार की शाम रामू यादव नाम के युवक अपने दोस्तों के साथ पहुंचा और कैमरे को तोड़ दिया, जिसकी शिकायत लेकर मोनू उर्फ पवन सिरगिट्‌टी थाने गया था। लेकिन, पुलिस ने उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की।

परिजन बोले- पुलिस चाहती तो नहीं होती हत्या
घटना के बाद परिजन चिल्ला-चिल्ला कर हत्या के लिए पुलिस को दोषी ठहराते रहे। उनका कहना था कि हमलावरों ने प्लान के तहत सीसीटीवी कैमरे को तोड़ा था। पुलिस चाहती तो मोनू की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए हमलावरों को गिरफ्तार कर लेती। लेकिन, मोनू की शिकायत ही नहीं सुनी गई और दूसरे दिन प्लान के तहत युवकों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। हमलावरों में रामू यादव के साथ संदीप साहू, समीर, कृष्णा गोस्वामी, अभय नेताम, श्याम नायक सहित अन्य युवकों का नाम सामने आया है। पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है।

अब मृतक को ही अपराधी बता रही पुलिस, एक माह पहले जेल से छूटा था मोनू
पुलिस के अनुसार मृतक पवन सोनी ने 7 माह पहले मारपीट की थी। आरोपियों में से एक का उसने पैर भी तोड़ दिया था और इसकी थाने में एफआईआर भी हुई थी। माना जा रहा है कि इसी रंजिश के चलते ही उसपर हमला हुआ है। जिस युवक का उसने पैर तोड़ा था इस वारदात में वह भी शामिल था। पुलिस अफसरों ने बताया कि मृतक अपराधी किस्म का था और उसके खिलाफ केस दर्ज है।

50 से अधिक पुलिस के अधिकारी व जवान करते रहे कांबिंग गश्त फिर भी गैंगवार में चली गई जान
जिस समय हत्या की वारदात हुई उसी समय पुलिस अफसर व जवान आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखने के लिए जरहाभाठा के मिनी बस्ती में कांबिंग गश्त कर रहे थे। इनमें 50 से अधिक पुलिस अधिकारी व जवान शामिल थे। SP संतोष सिंह के निर्देश पर ASP सिटी राजेंद्र जायसवाल, सीएसपी सिविल लाइन संदीप कुमार पटेल के नेतृत्व में सिविल लाइन, तारबाहर, तोरवा, कोतवाली, सिरगिट्टी, सकरी थाना की पुलिस किरायदारों के बारे में जानकारी ले रही थी और जानकारियों की तस्दीक कर रही है।

कांबिंग गश्त के दौरान बाहरी क्षेत्र में घूमने वालों से भी आने जाने का कारण पूछा जा रहा था। इसी तरह अवैध नशे के सामान को बेचने, खरीदने, उपयोग करने वालों के बारे में पूछताछ चल रही थी और इधर सिरगिट्टी क्षेत्र में गैंगवार में युवक की जान चली गई। घटना के समय सिरगिट्टी टीआई भी कांबिंग गश्त में थे।

बड़े अपराधियों को पुलिस का संरक्षण, इसलिए कम नहीं हो रही वारदात
शहर में पुलिस भले ही गुंडे-बदमाशों की धरपकड़ करने वालों पर कार्रवाई करने का दावा कर रही है। लगातार गश्त और चेकिंग भी की जा रही है। लेकिन, शहर के रसूखदार और नामी बदमाशों को एक तरह से पुलिस का संरक्षण मिला है, जिसके कारण गैंगवार जैसी लगातार घटनाएं हो रही है। हत्या के फरार आरोपी वसीम खान के साथ ही खुली कार में स्टंट करने वाले रसूखदार युवकों को अब तक पुलिस नहीं पकड़ पाई है। जबकि, हत्या का फरार आरोपी इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया में हमेशा एक्टिव रहता है। फिर भी पुलिस उसे फरार बता रही है।

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