acn18.com बिलासपुर/ रेलवे में नौकरी करने की चाहत रखने वाले शिक्षित बेरोजगारों के लिए खुशखबरी है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) में असिस्टेंट लोको पायलट के 3 हजार 937 पदों पर भर्ती की जाएगी। पहले चरण में 1192 पदों पर भर्ती होगी। बिलासपुर जोन की महाप्रबंधक नीनू इटियेरा ने कहा कि इसके लिए स्वीकृति मिल गई है। रेलवे बोर्ड के जरिए नियुक्तियां की जाएंगी।
इसकी प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इसके लिए 10वीं पास युवा आवेदन कर सकते हैं। ITI डिप्लोमा होना अनिवार्य है। उन्होंने रनिंग स्टाफ की समस्या और खाली पदों को लेकर स्थिति साफ की। महाप्रबंधक नीनू इटियेरा ने बिलासपुर जोन की उपलब्धियां भी गिनाईं। उन्होंने कहा कि रेलवे जोन में सुरक्षा और संरक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर तेजी से काम किया जा रहा है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की पहली महिला महाप्रबंधक हैं नीनू इटियेरा।
पहले चरण में 1192 पदों पर भर्ती की जाएगी
उन्होंने कहा कि रेलवे भर्ती बोर्ड से बिलासपुर जोन के 3973 असिस्टेंड लोको पायलट के खाली पदों को भरने की मंजूरी मिल चुकी है। पहले चरण में 1192 पदों पर जल्द ही भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इन पदों में आवेदन के लिए मान्यता प्राप्त संस्थानों से मैट्रिक (10वीं)/एसएसएलसी,ITI अनिवार्य है।
यात्री सुविधाओं और सुरक्षा को ध्यान में रखकर काम
नीनू इटियेरा ने कहा कि यही वजह है कि यात्री सुविधाओं और उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखकर जोन के अलग-अलग मंडल में काम चल रहा है। ब्लॉक के दौरान कई बातों का ख्याल रखना पड़ता है। इस वजह से ट्रेनों को स्थगित या रूट डायवर्ट किया जा रहा है।
नई भर्ती से रनिंग स्टाफ की समस्या दूर होगी
रेलवे जोन महाप्रबंधक ने कहा कि जोन के रनिंग स्टाफ की ड्यूटी टाइम और रेस्ट को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। लोको इंस्पेक्टर हर लोको पायलट की ड्यूटी को ध्यान में रखते हैं। यहां तक की उनके आराम समेत अन्य सुविधाओं को लेकर उनके परिवार के लोगों से भी काउंसिलिंग की जाती है। रनिंग स्टाफ के मामले में हम गंभीर है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रेलवे जोन और मंडल के कई अफसर भी मौजूद रहे।
आने वाले समय में यात्रियों को मिलेगा फायदा
यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी, कैंसिलेशन जैसी समस्याओं को लेकर GM इटियेरा ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप होने से यात्रियों को आने वाले समय में फायदा होगा। आने वाले दिनों में कोशिश की जाएगी कि यात्रियों को और पहले ट्रेन कैंसिलेशन की जानकारी उपलब्ध करा दी जाए, ताकि वे अपना जर्नी प्लान तैयार कर सकें।
ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम से ट्रेनों की बढ़ेगी सुरक्षा
देश में हो रहे ट्रेन हादसों को लेकर उन्होंने कहा कि सुरक्षा कवच समेत ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम पर तेजी से काम चल रहा है। ट्रेनों को टर्मिनेट करने या ब्लॉक करने की मुख्य वजह सुरक्षा है। क्योंकि डेवलपमेंट काम के दौरान ट्रेनों को चलाने में हादसे की आशंका बनी रहती है।
निर्माण कार्यों के चलते हो रही समस्या
GM इटियेरा ने कहा कि रेलवे जोन में पिछले वित्तीय वर्ष में 143 किलोमीटर में नए सेक्शन का काम किया गया है। नई लाइन को जोड़ने में तकनीकी रूप से दिक्कतें आती है, जिसके कारण यात्री ट्रेन ही नहीं मालगाड़ियों का भी परिचालन प्रभावित होता है। रेलवे जोन के बिलासपुर मंडल में बिलासपुर-उसलापुर फ्लाई ओवर का निर्माण किया गया है, जो ट्रेनों के लिए अहम है।
इसी तरह आने वाले समय में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 421 किलोमीटर नई लाइन बिछाने का लक्ष्य रखा गया है। इटियेरा ने कहा कि हमारी कोशिश है कि अगले 9 महीनों में बिलासपुर-झारसुगुड़ा चौथी लाइन, अनूपपुर-कटनी तीसरी लाइन, राजनांदगांव-नागपुर तीसरी लाइन समेत अहम रेलखंडों का मल्टी-ट्रैकिंग का काम पूरा हो जाए।