ACN18.COM/ क्या विज्ञान के युग में भूत प्रेत का कोई अस्तित्व हो सकता है, इसका जवाब आपको मिलेगा नहीं में ।लेकिन बीजापुर जिले के भोपालपटनम स्थित आश्रम शाला के 23 बच्चे गिरने के साथ बेहोश हो गए। भूत प्रेत के संदेह में पूरे इलाके में हड़कंप मच गई। सरकारी अस्पताल में बच्चों को भर्ती कराया गया है जहां के डॉक्टर ने भूत-प्रेत जैसी किसी बात से इनकार किया है।
छत्तीसगढ़ के दूरस्थ इलाकों में इस प्रकार की घटनाओं का होना कोई नई बात नहीं है। इसे लेकर लगातार सवाल खड़े होते रहे हैं और एक वर्ग ऐसा भी है जो इस प्रकार की घटनाओं को मान्यता देता रहा है। हमारे संवाददाता ने बताया कि बीजापुर में शुक्रवार देर शाम भोपालपटनम स्थित बालक आश्रम शाला में 23 बच्चे अचानक बीमार पड़ गए, जिससे हड़कंप मच गया. यह घटना उस समय घटी जब बच्चों ने शाम को प्रार्थना की । अचानक से पांच-छह बच्चे चक्कर खाकर गिर पड़े, और देखते ही देखते बाकी बच्चे भी चक्कर खाने लगे।
आधी रात को स्थिति बिगड़ने पर आश्रम के अधीक्षक ने बच्चों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज शुरू किया गया। डॉक्टरों के अनुसार, बच्चों को चक्कर आने का कारण हिस्टेरिया और डर हो सकता है। अस्पताल में इलाज के बाद बच्चों की स्थिति अब स्थिर है, और सभी बच्चे स्वस्थ है। बच्चों कों भूत-प्रेत का शक है।अस्पताल में इलाज के बाद भी आश्रम में कुछ लोग भूत-प्रेत का शक जता रहे हैं।यह चर्चा भी हो रही है कि बच्चों की बीमारियों का कारण कोई अदृश्य शक्ति हो सकती है।इस कारण अधीक्षक ने बच्चों के इलाज के साथ-साथ झाड़-फूंक भी करवाई।हालांकि, डॉक्टरों ने किसी प्रकार के भूत-प्रेत या अदृश्य शक्तियों की कोई पुष्टि नहीं की है। स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और सभी बच्चों को स्वस्थ बताया गया है। स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
फिलहाल इसके पीछे की असल वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। बहराल चर्चा का विषय बना हुआ है। आज जब विज्ञान की नई खोज को लेकर लगातार काम हो रहा है और मानव धरती से लेकर अंतरिक्ष का सफर कर रहा है ऐसे में दूसरी शक्तियों के अस्तित्व पर सवाल उठते हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न क्षेत्रों में कई बार ऐसी घटनाएं हो जाते हैं जिसे लेकर कई प्रकार की धारणाएं जन्म लेती हैं और फिर लोग स्थिति को सामान्य करने के लिए जो तरीका अपनाते हैं उसे लेकर कहां जाता है कि संसार में बहुत कुछ ऐसा है जो दिखता तो नहीं है लेकिन उसे पर विश्वास करना भी जरूरी हो जाता है।