Acn18.com/रायपुर से दुर्ग के लिए आ रही यात्री बस में दुर्ग पुलिस ने 21 किलो सोना जब्त किया है। पूरा सोना गांजे की तरह बंडल में पैक करके एक बैग में भरा हुआ था। सराफ एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश सांखला ने पूरा सोना रायपुर के सराफा व्यापारियों का बताया है।
दुर्ग पुलिस ने बिल देखकर सोना व्यापारियों के हवाले कर दिया है। लेकिन पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आखिर इतनी मात्रा में सोना एक यात्री बस से इतनी लापरवाही पूर्वक कैसे ले जाया जा रहा था।
दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया, 13 मई को दोपहर 3 बजे नवीन ट्रेवल्स के कंडक्टर ने दुर्ग कोतवाली पुलिस को सूचना दी कि, बस में गांजा सप्लाई किया जा रहा है। एक काले रंग के बैग में कई बंडल में पैकेट बनाकर उसे रखा गया है। सूचना मिलते ही पुलिस बस स्टैंड दुर्ग पहुंची। पुलिस ने बस में रखे बैग को चेक किया तो वो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उस बैग में लगभग 15 करोड़ रुपए कीमत का 21 किलो सोना रखा हुआ था।
पुलिस ने तुरंत पूरे सोने को जब्त किया और थाने ले आई। इसके बाद सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश सांखला थाने पहुंचे। उनके साथ रायपुर के सन एन सन ज्वेलर्स और गोल्छा ब्रदर्स के संचालक भी वहां पहुंचे। उन्होंने पूरे सोने का बिल दिखाया और बताया कि ये सोना मुंबई और जयपुर जा रहा था। इसके बाद पुलिस ने सोना उनके हवाले कर दिया।
पुलिस बता रही अलग-अलग सरफा व्यापारियों का सोना
दुर्ग पुलिस के मुताबिक बस में रखे बैग में 7 अलग – अलग पार्सल में सोना पाया गया। 2 पार्सल खुले थे। इन पैकेट में सोने के जेवरात और कच्चा सोना भरा हुआ था। तौल करने पर कुल सोने का वजन 21.6 किलोग्राम पाया गया। पूछताछ करने पर पूरा सोना रायपुर और राजनांदगांव के अलग-अलग सराफा व्यापारियों का बताया गया। जिनकी मुंबई, सूरत, कोलकाता और जयपुर में डिलीवरी होनी थी।
दुर्ग एसपी ने बताया बड़ी लापरवाही
दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने इस बड़ी लापरवाही बताया है। रायपुर के सराफा व्यापारियों को सलाह दी गई है कि इतनी महंगी धातु को इतनी बड़ी मात्रा में बस के द्वारा कूरियर को आगे न भेजा जाए नहीं तो चोरी होने के साथ और भी बड़े अपराध हो सकते हैं।
कूरियर फ्लाइट बंद होने से बस से जा रहा था सोना
सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश सांखला ने बताया कि रिप्लेसमेंट वाला सोना बांम्बे जा रहा था। पूरे सोने का बिल बाउचर था। नवीन ट्रांसपोर्ट के जरिए उसे भेजा जा रहा था। पुलिस ने उसे पकड़ा और बिल से वेरीफाई करके उसे छोड़ दिया है। कूरियर के दौरान पैकेट के अंदर बिल भी था और उसमें वैल्यू लिखा था। कूरियल के दौरान किसी को यह नहीं बताया जाता है कि सोने का सामान है। नहीं तो अपराध भी हो सकता है।कार्गो वाले अभी माल ले नहीं जा रहे हैं। कूरियल फ्लाइट बंद होने के चलते मजबूरी में बस से सोना भेजा जा रहा था।
दो साल पहले हुई थी छापेमारी
दो साल पहले भी डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) की टीम ने दुर्ग में छापेमारी की थी। और सराफा कारोबारी प्रकाश सांखला को रायपुर की कोर्ट में पेश करके मध्य प्रदेश के सागर ले गई थी। DRI की भोपाल यूनिट के अफसरों को खबर मिली थी कि एक कार में सोना की स्मगलिंग किया जा रहा है। गाड़ी को सागर से पहले टीम ने पकड़ा, जिसमें से 7.8 किलो सोना मिला था। इसमें तीन लोग भी पकड़ाए थे। आरोपियों ने पूरा सोना दुर्ग के प्रकाश सांखला का बताया था। इसके बाद DRI रायपुर की टीम ने प्रकाश को पकड़ा था।
छत्तीसगढ़ के रास्ते बुंदेलखंड में होती है सोने की तस्करी
डीआरआई की अफसरों ने बताया था कि छत्तीसगढ़ के रास्ते बुंदेलखंड में सोने की तस्करी होती है। दो साल पहले टीम ने गौरझामर से चितौरा तक हाईवे पर वाहनों की चेकिंग की थी। इसमें उन्हें कार की स्टेपनी की जगह सोना छिपाकर रखा हुआ मिला था। पकड़ा गया सोना सागर के बड़ा बाजार में एक कारोबारी की दुकान पर पहुंचाया जाना था।
दुबई से निकलकर कोलकाता के रास्ते छत्तीसगढ़ आता है अवैध सोना
छत्तीसगढ़ के व्यापारी सरकारी विभागों की निगाह से बचाकर सोने-चांदी की स्मगलिंग करते हैं। डीआरआई की कार्रवाई में ये बात सामने आई थी कि सोने की स्मगलिंग दुबई से होती है। वहां से गुपचुप तरीके से कारोबारी म्यांमार, बांग्लादेश, फिर भारत में नॉर्थ ईस्ट राज्यों और बंगाल से सोना या चांदी तस्करी करवाकर मंगाते हैं। इससे पहले भी रायपुर के दो लोगों को हिरासत में लिया गया था। तीन लोग राजनांदगांव से भी हिरासत में लिए जा चुके हैं। इसके बाद भी दुर्ग पुलिस ने बिना जांच किए और डीआरआई को सूचित किए इतनी बड़ी मात्रा में सोना छोड़ दिया।