acn18.com भोपाल/ छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) द्वारा सिविज जज की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की रविवार को तीन ट्रेनें रायपुर स्टेशन पर देरी से पहुंचीं। इसकी वजह से भोपाल, जबलपुर, इंदौर सहित आसपास के कई जिलों से करीब 1500 छात्र सिविज जज की परीक्षा में नहीं बैठ सके। इसमें इसमें भोपाल एवं भोपाल के आसपास के जिलों से 250 से अधिक छात्र शामिल होने वाले थे। इस परीक्षा में आयोग ने करीब 25 हजार एडमिट कार्ड जारी किए थे, जिसमें करीब 10 हजार से अधिक छात्र ही शामिल नहीं हो सके। यह छात्र देशभर अनेक हिस्सों से छत्तीसगढ़ परीक्षा के लिए पहुंचे थे। देरी से पहुंचने वाले छात्रों में एमपी के अलाव यूपी राजस्थान के छात्र भी शामिल थे। यह परीक्षा 48 पदों के लिए आयोजित की गई थी।
क्या कहा छात्रों ने
भोपाल के छात्र बुंदेल ने बताया कि मैं अमरकंटक एक्सप्रेस से रायपुर करीब 10.30 बजे पहुंचा। जब ट्रेन के करीब सुबह 7.30 बजे पहुंचना था। जब हम एग्जाम सेंटर पहुंचे तो हमें बोला गया कि अटेंडेंस हो चुकी है अब आप अंदर नहीं जा सकते। मेरे अलावा यहां से मेरे कई दोस्त भी थी जो एग्जाम नहीं दे पाए। मैं चाहता हूं छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग हमारी परेशानी को समझे और ऐसे छात्र जो ट्रेन के लेट होने की वजह से एग्जाम नहीं दे पाए उनके लिए कोई रास्ता निकाला जाए।
जबलपुर के एक छात्र ऋषभ त्रिपाठी ने बताया कि मैं समता एक्सप्रेस से जा रहा था मेरी ट्रेन रायपुर करीब सुबह 6 बजे पहुंचनी थी मगर यह वहां सुबह 10.30 बजे के बाद पहुंची। फिर हम अब वापस लौट रहे हैं।
एक नजर
- 48 पदों के लिए हुई थी परीक्षा।
- 25 हजार छात्रों ने किया था आवेदन।
- 9 बजे पहुंचना था एग्जाम सेंटर।
- मुख्य तीन ट्रेने रायपुर 10 बजे के बाद पहुंची।
- 3-5 घंटे तक देरी से चल रहीं थीं ट्रेनें।
कितनी लेट पहुंची ट्रेनें
ट्रेन | पहुंचने का समय | कब पहुंची |
समता एक्सप्रेस | 5: 55 | 10:32 |
अमरकंटक एक्सप्रेस | 7: 00 | 10:10 |
छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस | 8: 25 | 10:25 |
छात्रों को चाहिए एक दिन पहले पहुंचे
ज्युडिशल लॉक अकादमी से नौशाद खान ने बताया कि छात्र लंबे समय से तैयारी कर रहे थे, मगर छात्रों को चाहिए कि इस तरह के एग्जाम के लिए एक दिन पहले पहुंचे। इसके अलावा रेलवे अधिकारियों का कहना था कि कई बार ऐसा होता है। इसमें छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती है या उनकी कोई रिस्पांसबलिटी नहीं है कि वह आगे दोबारा एग्जाम करवाएं। इसमें हमारे अकादमी से करीब दस छात्र शामिल थे जो एग्जाम नहीं दे पाए।