acn18.com बेमेतरा। छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन में बड़ी भूमिका निभाने वाले बिरनपुर सांप्रदायिक हिंसा (Biranpur Violence) के 15 आरोपितों को उच्च न्यायालय से जमानत मिल गई। जब ये जेल से रिहा हुए, तब साजा से भाजपा विधायक ईश्वर साहू ने अपने समर्थकों के साथ इनका भव्य स्वागत किया। सभी को भगवा गमछा पहनाया गया। इसके साथ मंदिर जाकर हनुमानजी की पूजा की गई। बता दें कि 12 अप्रैल 2023 को बिरनपुर गांव में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। भुवनेश्वर साहू नामक युवक की उपद्रवियों के द्वारा हत्या के बाद कई क्षेत्र हिंसा में झुलसने लगे थे।
इसी बीच दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या हुई। इस हत्या में पुलिस ने कुल 17 आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इनमें से दो अजय साहू और राजेश साहू पूर्व में जमानत पा चुके हैं। वहीं, डाकेश्वर सिंह (28), मनीष वर्मा (23), समारू नेताम (40), पूरन पटेल (19), राजकुमार निषाद (19), भोला निषाद (23), दूधनाथ साहू (27), अरुण रजक (18), चंदन साहू (20), होमींद्र नेता (25), टकेंद्र साहू (22), राम निषाद (19), चिंताराम साहू (68), लोकेश साहू (23) और वरुण साहू (18) को जमानत पर रिहा किया गया।
बिरनपुर हिंसा के बाद पुलिस ने एक पक्ष के विरुद्ध कार्रवाई की
बिरनपुर हिंसा के बाद पुलिस ने जिस तरह से एक पक्ष के विरुद्ध कार्रवाई की, उसे लेकर पूरे प्रदेश में कांग्रेस सरकार के विरुद्ध माहौल बन गया था। भूपेश सरकार अपने विपरीत बन रहे इस माहौल को समझने में असफल रही। भाजपा ने इस हिंसा में मृत भुवनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया था। इस हिंसा को लेकर अब फिल्म भी बनाने की बात सामने आई है।