कोरबा। किडनी में गंदा पानी जमा हो जाने और इंफेक्शन के कारण महज ढाई वर्ष के मासूम आदि कुमार की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही थी। मासूम के हाथ-पैर में सूजन, पेशाब का नहीं होना, बुखार रहना और खाना-पीना नहीं खा सकने की समस्या बढ़ती जा रही थी। कोरबा जिले के ग्राम भादा (कनकी) के रहने वाले माता-पिता ने अपनी क्षमता अनुसार गांव के डॉक्टर से बच्चे का ईलाज कराया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। इसके बाद किसी से जानकारी मिलने पर , बच्चे के परिजन अत्यंत गंभीर स्तिथि में बच्चे को न्यू कोरबा हॉस्पिटल ले कर आए । जहां शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. नागेन्द्र बागरी ने जांच उपरांत बताया कि मरीज के शरीर में खून के साथ साथ पोषण की अत्यंत कमी है । किडनी में गंदा पानी जमा होने से इंफेक्शन के कारण गुर्दे में भी प्रभाव बढ़ता जा रहा है जिससे पेशाब भी बहुत कम हो रहा है। मरीज (बच्चे) की मां श्याम कुमारी ने अपनी मजबूरी डॉक्टर के समक्ष रखी। डॉ. बागरी ने बच्चे के बेहतर इलाज के लिए परिजनों को आश्वस्त किया। डॉ. बागरी और उनकी टीम ने मासूम का उपचार किया और अब वह पूर्ण रूप से स्वस्थ है। बच्चे की मां श्याम कुमारी ने न्यू कोरबा हॉस्पिटल के शिशु रोग विशेषज्ञ
डॉ. नागेन्द्र बागरी तथा उनके टीम, नर्स के प्रति आभार व्यक्त किया है। श्याम कुमारी ने कहा है कि उसने अपने बेटे के इलाज की उम्मीद छोड़ दी थी लेकिन एनकेएच में आकर बेटे को नया जीवनदान मिला है।
===
मासूम की किडनी में फैल चुका था इंफेक्शन, एनकेएच में मिली नई जिंदगी, ग्राम भादा के श्याम व शुभम ने एनकेएच टीम व डॉक्टर का जताया आभार
Must Read
More Articles Like This
- Advertisement -