ACN18.COM बिलासपुर I जल्द ही देशभर के रेलवे स्टेशन नए रंग- रूप में नजर आएंगे। आने वाले दिनों में स्टेशन सिर्फ यात्रियों के आने-जाने की जगह नहीं होंगे। रेलवे बोर्ड ने स्टेशनों को सिटी सेंटर, मीटिंग सेंटर, शॉपिंग मॉल के तौर पर विकसित करने का निर्णय लिया है, जहां आर्थिक गतिविधियां संचालित होंगी। साथ ही शहर के लोगों को घूमने के लिए एक जगह भी मिलेगा।
यहां घूमने और आराम करने की सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी। रेलवे बोर्ड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर राकेश चौधरी और एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर मार्केटिंग नीरज शर्मा ने 4 मई को इस संबंध में सभी जोन के जीएम को पत्र लिखा है।
देशभर के रेलवे स्टेशनों के कालाकल्प का दौर जारी है। पहले भी रेलवे बोर्ड ने स्टेशनों पर दुकानों के संचालन की अनुमति दी थी पर अब नए सिरे से रेलवे को डेवलप करने के लिए नई कार्य योजना जारी की गई है। रेलवे बोर्ड ने 4 मई को देश के सभी जोनल रेलवे के जीएम को पत्र लिखकर रेलवे स्टेशनों का नए सिरे से विकास करने के लिए तय की गई कार्ययोजना की जानकारी दी है। बोर्ड ने रेलवे स्टेशनों के विकास के लिए चार कैटेगरी तय कर दी है, इसके आधार पर ही अब स्टेशनों का विकास किया जाना है।
नॉन सबअर्बन ग्रुप में 3 कैटेगरी टूरिस्ट महत्व के स्टेशन शामिल
बोर्ड ने स्टेशनों के विकास के लिए कार्ययोजना जारी की है, उसमें एनएसजी स्टेशन यानी नॉन सबअर्बन ग्रुप के तीन कैटेगरी शामिल किए हैं। पहले एनएसजी ग्रुप में 500 करोड़ से अधिक टर्नओवर वाले स्टेशन होंगे। दूसरे ग्रुप में 100 करोड़ से लेकर 500 करोड़ तक सालाना टर्न ओवर और तीसरे एनएसजी ग्रुप में 20 करोड़ से लेकर 100 करोड़ तक सालाना टर्न ओवर वाले स्टेशन शामिल किए जाएंगे। टूरिस्ट और धार्मिक महत्व वाले स्टेशनों का डेवलपमेंट किया जाएगा।
तस्वीर बदलेगी… डिवीजन और जोन मुख्यालय के स्टेशन का कायाकल्प
इसके साथ ही रेलवे बोर्ड ने डिवीजनल और जोनल मुख्यालय के स्टेशनों का कायाकल्प करने का निर्णय लिया है। वहीं, जोनल मुख्यालय की अनुशंसा पर स्थानीय महत्व वाले स्टेशनों का भी विकास किया जाएगा। इसके लिए स्टेशनों के आसपास मौजूद टूरिस्ट स्पॉट और धार्मिक महत्व वाले स्थानों के आधार पर अनुशंसा की जाएगी।
नए रंग में स्टेशन…अब बिजनेस हब, मीटिंग और आराम की सुविधा मिलेगी
रेलवे बोर्ड की मंशा रेलवे स्टेशनों को यात्रियों के आने-जाने की जगह के साथ ही बिजनेस हब के तौर पर विकसित करने की है। इसके लिए स्टेशनों का कालाकल्प करने के साथ ही सिटी सेंटर और मीटिंग सेंटर के तौर पर विकसित किया जाएगा। स्टेशन तक पहुंचने के लिए बेहतर सड़क की व्यवस्था की जाएगी।