
पहलगाम की बायसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी। आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान के पंजाब और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। ये वही ठिकाने हैं, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। इस मौके पर हम बता रहे हैं उस हमले की 5 कहानियां…
1. कानपुर के शुभम और ऐशन्या की शादी दो महीने पहले ही हुई थी
शुभम और ऐशन्या की 12 फरवरी को ही शादी हुई थी, इस दौरान उन्होंने 7 जन्मों का साथ निभाने का वचन दिया था, लेकिन क्या पता था ये साथ सिर्फ 2 महीनों में ये साथ छूट जाएगा
शुभम और ऐशन्या की 12 फरवरी को ही शादी हुई थी, इस दौरान उन्होंने 7 जन्मों का साथ निभाने का वचन दिया था, लेकिन क्या पता था ये साथ सिर्फ 2 महीनों में ये साथ छूट जाएगा
शुभम की पत्नी ऐशन्या के मुताबिक
एक आदमी पीछे से आया। उसने गन रखकर शुभम से पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? मुसलमान हो तो पहले कलमा पढ़कर सुनाओ। मैंने हंसते हुए उससे पूछा- क्या हुआ भइया? तब उसने मुझसे भी पूछा- हिंदू हो या मुसलमान? मैंने कहा- हिंदू हूं। इसके बाद उसने मेरे पति को गोली मार दी। सबसे पहले शुभम को गोली मारी, फिर वहां लाशें बिछती चली गईं।
2. लेफ्टिनेंट विनय नरवाल – शादी के 7वें दिन पत्नी के सामने गोली मारी
विनय और हिमांशी की शादी 7 दिन पहले ही हुई थी, लेकिन उन्हें क्या पता था कि ये उनके साथ का आखिरी दिन होगा।
विनय और हिमांशी की शादी 7 दिन पहले ही हुई थी, लेकिन उन्हें क्या पता था कि ये उनके साथ का आखिरी दिन होगा।
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी के मुताबिक
हम नाश्ता कर रहे थे तभी फायरिंग शुरू हो गई। आतंकी आए, हिंदू-मुस्लिम अलग किए। मुसलमानों से कलमा पढ़वाया और हिंदुओं को गोलियों से मार दिया। मेरे सामने पति को गोली मारी और वो सीधे मेरी गोद में गिरे।
4. सुशील नथानियलः बेटी-पत्नी के सामने गोली मारी
इंदौर के रहने वाले सुशील बेटे-बेटी और पत्नी के साथ 18 अप्रैल को कश्मीर गए थे। 22 अप्रैल को वह पहलगाम पहुंचे थे। जहां आतंकियों ने उन्हें बेटी और पत्नी के सामने गोली मार दी थी।
इंदौर के रहने वाले सुशील बेटे-बेटी और पत्नी के साथ 18 अप्रैल को कश्मीर गए थे। 22 अप्रैल को वह पहलगाम पहुंचे थे। जहां आतंकियों ने उन्हें बेटी और पत्नी के सामने गोली मार दी थी।
सुशील नथानियल की पत्नी जेनिफर के मुताबिक
मेरे और बच्चों के सामने सुशील पर गोली मारी गई, मेरी जान बचाने के लिए अपने सीने पर गोली खाई। मैं अपने पति को जैसा लेकर गई थी वैसा वापस नहीं ला पाई।
5. मंजूनाथ रावः बेटे के 97% अंक लाने पर परिवार के साथ कश्मीर घुमने गए थे
मंजूनाथ राव 19 अप्रैल को अपनी पत्नी पल्लवी और बेटे अभिजय के साथ घूमने के लिए कश्मीर आए थे। वे अपने बेटे की पढ़ाई में सफलता का जश्न मनाना चाहते थे। अभिजय ने 12 वीं में 97% अंक हासिल किए थे।
मंजूनाथ राव 19 अप्रैल को अपनी पत्नी पल्लवी और बेटे अभिजय के साथ घूमने के लिए कश्मीर आए थे। वे अपने बेटे की पढ़ाई में सफलता का जश्न मनाना चाहते थे। अभिजय ने 12 वीं में 97% अंक हासिल किए थे।
मंजूनाथ की पत्नी पल्लवी के मुताबिक
मैं घोड़े से वहां पहुंची थी। मेरे पति बेटे के लिए कुछ लेने गए थे। कुछ ही मिनटों में वो खून से लथपथ मेरे सामने पड़े थे। मैंने आतंकियों से कहा हमें भी मार दो, पर वो बोले कि मोदी तक हमारी बात पहुंचा देना।
पहलगाम हमले में आतंकवादियों ने 25 महिलाओं का सिंदूर उजाड़ा था। इसीलिए भारतीय फौज ने इसका बदला लेने के लिए जो ऑपरेशन लॉन्च किया उसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया।