ACN18.COM कोरबा /कोरबा और कोरिया जिले की सीमा में संचालित एसईसीएल की रानी अटारी कोल परियोजना के अधिकारी वहां मौजूद लोगों की समस्याओं का समाधान नहीं कर रहे। भीषण गर्मी में प्रबंधन ने ग्रामीणों को शुद्धपेयजल उपलब्ध कराने का वादा किया था लेकिन प्रबंधन ने अपना वादा पूरा नहीं किया जिससे उन्हें पानी के लिए काफी मशक्कत करना पड़ रहा है।
कोरबा और कोरिया जिले की सीमा में बसे कई गांव के ग्रामीण पानी की समस्या से जूझ रहे है। इन गांवो में पानी उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी एसईसीएल की रानी अटारी कोयला खदान प्रबंधन की है लेकिन प्रबंधन अपने वायदों को पूरा करने को लेकर गंभीर नहीं है। ग्रामीणों की शिकायत पर कलेक्टर ने प्रबंधन को फटकार लगाई थी और ग्रामीणों की समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए थे। प्रबंधन ने प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की बात भी कही थी लेकिन इस भीषण गर्मी में प्रबंधन की मनमानी से ग्रामीण काफी परेशान है और उन्हें पानी के लिए काफी मशक्कत करना पड़ रहा है। हालात कितने गंभीर है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है,कि वे मीलों दूर का सफर तय कर नाले से पानी ला रहे है।
एसईसीएल के कारण न जाने कितने गांव प्रभावित है। कोयला खदान के कारण लोगों का जीना मुहाल हो रखा है। प्रभावित गांवो में बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी एसईसीएल की है लेकिन उनकी मनमानी से ग्रामीणों का बुरा हाल है।
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