acn18.com रायपुर/ छत्तीसगढ़ में कोरोना से चार मरीजों की मौत हो गई है। इन मरीजों को दूसरी गंभीर बीमारियों के साथ कोरोना का भी संक्रमण था। इस साल एक जुलाई से 6 अगस्त के बीच कोरोना से प्रदेश के 42 मरीजों की जान गई है। महामारी की संक्रमण दर भी बढ़कर अब 5.30% की ऊंचाई पर पहुंच चुकी है। यह दर कोरोना संक्रमण के बेकाबू होते जाने का लक्षण है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शनिवार को प्रदेश भर में 9 हजार 306 नमूनों की जांच की गई। इस दौरान 493 नए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं चार मरीजों की मौत हुई है। मरने वालों में दो मरीज दुर्ग जिले के और एक-एक मरीज रायपुर और बिलासपुर जिले के थे। उनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज के दौरान निधन हुआ है। आंकड़ों बताते हैं कि संक्रमण के इस नये दौर की शुरुआत जून के दूसरे सप्ताह से हुई है। जुलाई से मौत के आंकड़ों में वृद्धि देखी जा रही है। 30 जून तक प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 14 हजार 37 थी। 6 अगस्त को यह आंकड़ा बढ़कर 14 हजार 79 तक पहुंच गया। यानी इन 37 दिनों में ही 42 मरीजों की जान जा चुकी है। संक्रमण दर बढ़ने के साथ गंभीर मरीजों की मौत का खतरा भी बढ़ता जा रहा है।
दुर्ग-रायपुर में सबसे अधिक मरीज मिले
छत्तीसगढ़ में शनिवार को सबसे अधिक 70 नए मरीज दुर्ग जिले में मिले हैं। रायपुर में नए मरीजों की संख्या 46 है। धमतरी में 39, राजनांदगांव में 37 और बालोद में 35 नए मरीज मिले हैं। सरगुजा में 28, जशपुर में 27, कांकेर में 25 और बेमेतरा-महासमुंद में 23-23 मरीज मिले हैं। कोरबा में 20, रायगढ़-बिलासपुर में 16-16 लोग पॉजिटिव पाए गए।
प्रदेश भर में अब 3371 सक्रिय मरीज
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि शनिवार को कुल 631 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी भी दी गई है। इसके बाद भी कोरोना के तीन हजार 371 मरीजाें का इलाज जारी है। इसमें से 90% से अधिक मरीज होम आइसोलेशन में ही इलाज करा रहे हैं। कुछ दूसरी बीमारियों से जूझ रहे मरीज ही अस्पतालों में भर्ती हैं। सबसे अधिक 509 सक्रिय मामले रायपुर जिले में हैं। उसके बाद दुर्ग जिले का स्थान है जहां 318 मरीजों का इलाज चल रहा है। राजनांदगांव में 277 और बालोद में 231 मरीज हैं।
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